Shri Ram Amritvani Lyrics in Hindi – श्री राम अमृतवाणी लिरिक्स

Shri Ram Amritvani Lyrics in Hindi - श्री राम अमृतवाणी लिरिक्स

संपूर्ण श्री राम अमृतवाणी लिरिक्स, Shri Ram Amritvani Lyrics in Hindi and English, Anuradha Paudwal Ram Bhajan Song

Shri Ram Amritvani Lyrics in Hindi

रामामृत पद पावन वाणी
राम नाम धुन सुधा सामानी
पावन पाथ राम गन ग्राम
राम राम जप राम ही राम

परम सत्य परम विज्ञान
ज्योति स्वरूप राम भगवान
परमानंद सर्वशक्तिमान
राम परम है राम महान

अमृत ​​वाणी नाम उच्चाहरान
राम राम सुख सिद्धिकारण
अमृतवानी अमृत श्री नाम
राम राम मुद मंगल धाम

अमृतरूप राम-गुण गान
अमृत-कथन राम व्याख्यान
अमृत-वचन राम की चर्चा
सुधा सम गीत राम की अर्चा

अमृत ​​मनन राम का जाप
राम राम प्रभु राम अलाप
अमृत ​​चिंतन राम का ध्यान
राम शब्द में सूचि समाधन

अमृत ​​रसना वही कहवा
राम-राम जहां नाम सुहावे
अमृत ​​कर्म नाम कमानी
राम-राम परम सुखदायी

अमृत ​​राम-नाम जो ही ध्यावे
अमृत पद सो ही जन पावे
राम-नाम अमृत-रास सार
देता परम आनन्द अपार

राम-राम जप हे माणा
अमृत वाणी मान
राम-नाम मे राम को
सदा विराजित जान

राम-नाम मद-मंगलकारी
विध्ण हरे सब पातक हारी
राम नाम शुभ-शकुण महान
स्वस्ती शांति शिवकर कल्याण

राम-राम श्री राम-विचार
मानी उत्तम मंगलाचार
राम-राम मन मुख से गाना
मानो मधुर मनोरथ पाना

राम-नाम जो जन मन लावे
उसमे शुभ सभी बस जावे
जहां हो राम-नाम धुन-नाद
भागे वहा से विषम विषाद

राम-नाम मन-तप्त बुझावे
सुधा रस सीच शांति ले आवे
राम-राम जपिये कर भाव
सुविधा सुविध बने बनाव

राम-नाम सिमरो सदा
अतिशय मंगल मूल
विषम विकट संकट हरन
कारक सब अनुकूल

जपना राम-राम है सुकृत
राम-नाम है नाशक दुष्कृत
सिमरे राम-राम ही जो जन
उसका हो शुचित्र तन-मन

जिसमे राम-नाम शुभ जागे
उस के पाप-ताप सब भागे
मन से राम-नाम जो उच्चारे
उस के भागे भ्रम भय सारे

जिस मन बस जाए राम सुनाम
होवे वह जन पूर्णकाम
चित में राम-राम जो सिमरे
निश्चय भव सागर से तारे

राम-सिमरन होव साहै
राम-सिमरन है सुखदायी
राम सिमरन सब से ऊंचा
राम शक्ति सुख ज्ञान समूचा

राम-राम हे सिमर मन
राम-राम श्री राम
राम-राम श्री राम-भज
राम-राम हरि-नाम

मात पिता बांधव सूत दारा
धन जन साजन सखा प्यारा
अंत काल दे सके ना सहारा
राम-नाम तेरा तारण हारा

सिमरन राम-नाम है संगी
सखा स्नेही सुहिर्द शुभ अंगी
यूग-यूग का है राम सहेला
राम-भगत नहीं रहे अकेला

निर्जन वन विपद हो घोर
निबर्ध निशा तम सब ओर
जोत जब राम नाम की जागे
संकट सर्व सहज से भागे

बाधा बड़ी विषम जब आवे
वैर विरोध विघ्न बढ़ जावे
राम नाम जपिये सुख दाता
सच्चा साथी जो हितकर त्राता

मन जब धैर्य को नहीं पावे
कुचिन्ता चित्त को चूर बनावे
राम नाम जपे चिंता चूरक
चिंतामणि चित्त चिंतन पूरक

शोक सागर हो उमड़ा आता
अति दुःख में मन घबराता
भजिये राम-राम बहु बार
जन का करता बेड़ा पार

करधी घरद्धि कठिनतर काल
कष्ट कठोर हो क्लेश कराल
राम-राम जपिये प्रतिपाल
सुख दाता प्रभु दीनदयाल

घटना घोर घटे जिस बेर
दुर्जन दुखरदे लेवेँ घेर
जपिये राम-नाम बिन देर
रखिये राम-राम शुभ टेर

राम-नाम हो सदा सहायक
राम-नाम सर्व सुखदायक
राम-राम प्रभु राम की टेक
शरण शान्ति आश्रय है एक

पूँजी राम-नाम की पाइये
पाथेय साथ नाम ले जाइये
नाशे जन्म मरण का खटका
रहे राम भक्त नहीं अटका

राम-राम श्री राम है
तीन लोक का नाथ
परम-पुरुष पावन प्रभु
सदा का संगी साथ

यज्ञ तप ध्यान योग ही त्याग
वन कुटी वास अति वैराग
राम-नाम बिना नीरस फोक
राम-राम जप तरिये लोक

राम-जाप सब संयम साधन
राम-जाप है कर्म आराधन
राम-जाप है परम-अभ्यास
सिम्रो राम-नाम सुख-रास

राम-जाप कही ऊंची करनी
बाधा विघ्न बहु दुःख हरनी
राम-राम महा-मंत्र जपना
है सुव्रत नेम तप तपना

राम-जाप है सरल समाधि
हरे सब आधी व्याधि उपाधि
रिद्धि-सिद्धि और नव-निधान
डाटा राम है सब सुख-खान

राम-राम चिन्तन सुविचार
राम-राम जप निश्चय धार
राम-राम श्री राम-ध्याना
है परम-पद अमृत पाना

राम-राम श्री राम हरी
सहज पराम है योग
राम-राम श्री राम जप
देता अमृत-भोग

नाम चिंतामणि रत्न अमोल
राम-नाम महिमा अनमोल
अतुल प्रभाव अति-प्रताप
राम-नाम कहा तारक जा

बीज अक्षर महा-शक्ति-कोष
राम-राम जप शुभ-संतोष
राम-राम श्री राम-राम मंत्र
तंत्र बीज परात्पर यन्त्र

बीजाक्षर पद पद्मा प्रकाशे
राम-राम जप दोष विनाशे
कुण्डलिनी बोधे सुष्मना खोले
राम मंत्र अमृत रस घोल

उपजे नाद सहज बहु-भांत
अजपा जाप भीतर हो शांत
राम-राम पद शक्ति जगावे
राम-राम धुन जभी रमावे

राम-नाम जब जगे अभंग
चेतन-भाव जगे सुख संग
ग्रंथि अविद्या टूटे भारी
राम-लीला की खिले फुलवारी

पतित-पावन परम-पाठ
राम-राम जप योग
सफल सिद्धि कर साधना
राम-नाम अनुराग

तीन लोक का समझीये सार
राम-नाम सब ही सुखकार
राम-नाम की बहुत बरदाई
वेद पुराण मुनि जन गाई

यति सती साधू संत सयाने
राम नाम निष्-दिन बखाने
तापस योगी सिद्ध ऋषिवर
जाप्ते राम-नाम सब सुखकर

भावना भक्ति भरे भजनीक
भजते राम-नाम रमणीक
भजते भक्त भाव-भरपूर
भ्रम-भय भेद-भाव से दूर

पूर्ण पंडित पुरुष-प्रधान
पावन-परम पाठ ही मान
करते राम-राम जप-ध्यान
सुनते राम अनहद तान

इस में सुरति सुर रमाते
राम राम स्वर साध समाते
देव देवीगन दैव विधाता
राम-राम भजते गनत्राता

राम राम सुगुणी जन गाते
स्वर-संगीत से राम रिझाते
कीर्तन-कथा करते विद्वान्
सार सरस संग साधनवान

मोहक मंत्र अति मधुर
राम-राम जप ध्यान
होता तीनो लोक में
राम-नाम गन-गान

मिथ्या मन-कल्पित मत-जाल
मिथ्या है मोह-कुमद-बैताल
मिथ्या मन-मुखिआ मनोराज
सच्चा है राम-राम जप काज

मिथ्या है वाद-विवाद विरोध
मिथ्या है वैर निंदा हाथ क्रोध
मिथ्या द्रोह दुर्गुण दुःख कहाँ
राम-नाम जप सत्य निधान

सत्य-मूलक है रचना साड़ी
सर्व-सत्य प्रभु-राम पसारि
बीज से तरु मक्करधी से तार
हुआ त्यों राम से जग विस्तार

विश्व-वृक्ष का राम है मूल
उस को तू प्राणी कभी न भूल
सां-साँस से सीमार सुजान
राम-राम प्रभु-राम महान

लाया उत्पत्ति पालना-रूप
शक्ति-चेतना आनंद-स्वरुप
आदि अन्त और मध्य है राम
अशरण-शरण है राम-विश्राम

राम-राम जप भाव से
मेरे अपने आप
परम-पुरुष पालक-प्रभु
हर्ता पाप त्रिताप

राम-नाम बिना वृथा विहार
धन-धान्य सुख-भोग पसार
वृथा है सब सम्पद सम्मान
होव तँ यथा रहित प्रान

नाम बिना सब नीरस स्वाद
ज्योँ हो स्वर बिना राग विषाद
नाम बिना नहीं साजे सिंगार
राम-नाम है सब रस सार

जगत का जीवन जानो राम
जग की ज्योति जाज्वल्यमान
राम-नाम बिना मोहिनी-माया
जीवन-हीं यथा तन-छाया

सूना समझीये सब संसार
जहां नहीं राम-नाम संचार
सूना जानिये ज्ञान-विवेक
जिस में राम-नाम नहीं एक

सूने ग्रन्थ पंथ मत पोथे
बने जो राम-नाम बिन थोथी
राम-नाम बिन वाद-विचार
भारी भ्रम का करे प्रचार

राम-नाम दीपक बिना
जान-मन में अंधेर
रहे इस से हे मम-मन
नाम सुमाला फेर

राम-राम भज कर श्री राम
करिये नित्य ही उत्तम काम
जितने कर्त्तव्य कर्म कलाप
करिये राम-राम कर जाप

करिये गमनागम के काल
राम-जाप जो कर्ता निहाल
सोते जागते सब दिन याम
जपिये राम-राम अभिराम

जाप्ते राम-नाम महा माला
लगता नरक-द्वार पै टाला
जाप्ते राम-राम जप पाठ
जलते कर्म बंध यथा काठ

तान जब राम-नाम की तूती
भांडा-भरा अभाग्य भया फूटे
मनका है राम-नाम का ऐसा
चिंता-मणि पारस-मणि जैसा

राम-नाम सुधा-रस सागर
राम-नाम ज्ञान गुण-अगर
राम-नाम श्री राम-महाराज
भाव-सिंधु में है अतुल-जहाज

राम-नाम सब तीर्थ-स्थान
राम-राम जप परम-स्नान
धो कर पाप-ताप सब धुल
कर दे भया-भ्रम को उन्मूल

राम जाप रवि-तेज सामान
महा-मोह-ताम हरे अज्ञान
राम जाप दे आनंद महान
मिले उसे जिसे दे भगवान्

राम-नाम को सिमरिये
राम-राम एक तार
परम-पाठ पावन-परम
पतित अधम दे तार

माँगूँ मैं राम-कृपा दिन रात
राम-कृपा हरे सब उत्पात
राम-कृपा लेवे अंट सँभाल
राम-प्रभु है जन प्रतिपाल

राम-कृपा है उच्तर-योग
राम-कृपा है शुभ संयोग
राम-कृपा सब साधन-मर्म
राम-कृपा संयम सत्य धर्म

राम-नाम को मन में बसाना
सुपथ राम-कृपा का है पाना
मन में राम-धुन जब फिर
राम-कृपा तब ही अवतार

रहूँ मैं नाम में हो कर लीं
जैसे जल में हो मीन अड़ीं
राम-कृपा भरपूर मैं पाऊँ
परम प्रभु को भीतर लाऊँ

भक्ति-भाव से भक्त सुजान
भजते राम-कृपा का निधान
राम-कृपा उस जान में आवे
जिस में आप ही राम बसावे

कृपा प्रसाद है राम की देनी
काल-व्याल जंजाल हर लेनी
कृपा-प्रसाद सुधा-सुख-स्वाद
राम-नाम दे रहित विवाद

प्रभु-पसाद शिव-शान्ति-दाता
ब्रह्म-धाम में आप पहुँचाता
प्रभु-प्रसाद पावे वह प्राणी
राम-राम जापे अमृत-वाणी

औषध राम-नाम की खाईये
मृत्यु जन्म के रोग मिटाइये
राम-नाम अमृत रस-पान
देता अमल अचल निर्वाण

राम-राम धुन गूँज से
भाव-भया जाते भाग
राम-नाम धुन ध्यान से
सब शुभ जाते जाग

माँगूँ मैं राम-नाम महादान
करता निर्धन का कल्याण
देव-द्वार पर जनम का भूखा
भक्ति प्रेम अनुराग से रूखा

पर हूँ तेरा-यह लिए टेर
चरण पारधे की राखियो मेर
अपना आप विरद-विचार
दीजिये भगवन! नाम प्यार

राम-नाम ने वे भी तारे
जो थे अधर्मी-अधम हत्यारे
कपटी-कुटिल-कुकर्मी अनेक
तर गए राम-नाम ले एक

तर गए धृति-धारणा हीं
धर्म-कर्म में जन अति दीन
राम-राम श्री राम-जप जाप
हुए अतुल-विमल-अपाप

राम-नाम मन मुख में बोले
राम-नाम भीतर पट खोले
राम-नाम से कमल-विकास
होवें सब साधन सुख-रास

राम-नाम घट भीतर बसे
सांस-साँस नस-नस से रसे
सपने में भी न बिसरे नाम
राम-राम श्री राम-राम-राम

राम-नाम के मेल से
साध जाते सब-काम
देव-देव देवी यादा
दान महा-सुख-धाम

अहो मैं राम-नाम धन पाया
कान में राम-नाम जब आया
मुख से राम-नाम जब गाया
मन से राम-नाम जब ध्याया

पा कर राम-नाम धन-राशि
घोर-अविद्या विपद विनाशी
बर्धा जब राम प्रेम का पूर
संकट-संशय हो गए दूर

राम-नाम जो जापे एक बेर
उस के भीतर कोष-कुबेर
दीं-दुखिया-दरिद्र-कंगाल
राम-राम जप होव निहाल

हृदय राम-नाम से भरिये
संचय राम-नाम दान करिए
घाट में नाम मूर्ती धरिये
पूजा अंतर्मुख हो करिये

आँखें मूँद के सुनिये सितार
राम-राम सुमधुर झनकार
उस में मन का मेल मिलाओ
राम-राम सुर में ही समाओ

जपूँ मैं राम-राम प्रभु राम
ध्याऊँ मैं राम-राम हरे राम
सिमरूँ मैं राम-राम प्रभु राम
गाऊं मैं राम-राम श्री राम

अमृतवाणी का नित्य गाना
राम-राम मन बीच रमाणा
देता संकट-विपद निवार
करता शुभ श्री मंगलाचार

राम-नाम जप पाठ से
हो अमृत संचार
राम-धाम में प्रीति हो
सुगुण-गैन का विस्तार

तारक मंत्र राम है
जिस का सुफल अपार
इस मंत्र के जाप से
निश्चय बने निस्तार

बोलो राम, बोलो राम
बोलो राम राम राम

Shri Ram Amritvani Lyrics in English

ramamrit pad pawan wani
ram naam dhun sudha saamaanee
pawan paath ram gan gram
ram ram jap ram hee ram

param saty param vigyaan
jyoti svaroop ram bhagavaan
paramaanand sarvashaktimaan
ram param hai ram mahaan

amrt ​​wani naam uchchaaharaan
ram ram sukh siddhikaaran
amrtawani amrt shree naam
ram ram mud mangal dhaam

amrtaroop ram-gun gaan
amrt-kathan ram vyaakhyaan
amrt-vachan ram kee charcha
sudha sam geet ram kee archa

amrt ​​manan ram ka jaap
ram ram prabhu ram alaap
amrt ​​chintan ram ka dhyaan
ram shabd mein soochi samaadhan

amrt ​​rasana vahee kahava
ram-ram jahaan naam suhaave
amrt ​​karm naam kamaanee
ram-ram param sukhadaayee

amrt ​​ram-naam jo hee dhyaave
amrt pad so hee jan paave
ram-naam amrt-raas saar
deta param aanand apaar

ram-ram jap he maana
amrt wani maan
ram-naam me ram ko
sada viraajit jaan

ram-naam mad-mangalakaaree
vidhn hare sab paatak haaree
ram naam shubh-shakun mahaan
svastee shaanti shivakar kalyaan

ram-ram shree ram-vichaar
maanee uttam mangalaachaar
ram-ram man mukh se gaana
maano madhur manorath paana

ram-naam jo jan man laave
usame shubh sabhee bas jaave
jahaan ho ram-naam dhun-naad
bhaage vaha se visham vishaad

ram-naam man-tapt bujhaave
sudha ras seech shaanti le aave
ram-ram japiye kar bhaav
suvidha suvidh bane banaav

ram-naam simaro sada
atishay mangal mool
visham vikat sankat haran
kaarak sab anukool

japana ram-ram hai sukrt
ram-naam hai naashak dushkrt
simare ram-ram hee jo jan
usaka ho shuchitr tan-man

jisame ram-naam shubh jaage
us ke paap-taap sab bhaage
man se ram-naam jo uchchaare
us ke bhaage bhram bhay saare

jis man bas jae ram sunaam
hove vah jan poornakaam
chit mein ram-ram jo simare
nishchay bhav saagar se taare

ram-simaran hov saahai
ram-simaran hai sukhadaayee
ram simaran sab se ooncha
ram shakti sukh gyaan samoocha

ram-ram he simar man
ram-ram shree ram
ram-ram shree ram-bhaj
ram-ram hari-naam

maat pita baandhav soot daara
dhan jan saajan sakha pyaara
ant kaal de sake na sahaara
ram-naam tera taaran haara

simaran ram-naam hai sangee
sakha snehee suhird shubh angee
yoog-yoog ka hai ram sahela
ram-bhagat nahin rahe akela

nirjan van vipad ho ghor
nibardh nisha tam sab or
jot jab ram naam kee jaage
sankat sarv sahaj se bhaage

baadha badee visham jab aave
vair virodh vighn badh jaave
ram naam japiye sukh daata
sachcha saathee jo hitakar traata

man jab dhairy ko nahin paave
kuchinta chitt ko choor banaave
ram naam jape chinta choorak
chintaamani chitt chintan poorak

shok saagar ho umada aata
ati duhkh mein man ghabaraata
bhajiye ram-ram bahu baar
jan ka karata beda paar

karadhee gharaddhi kathinatar kaal
kasht kathor ho klesh karaal
ram-ram japiye pratipaal
sukh daata prabhu deenadayaal

ghatana ghor ghate jis ber
durjan dukharade leven gher
japiye ram-naam bin der
rakhiye ram-ram shubh ter

ram-naam ho sada sahaayak
ram-naam sarv sukhadaayak
ram-ram prabhu ram kee tek
sharan shaanti aashray hai ek

poonjee ram-naam kee paiye
paathey saath naam le jaiye
naashe janm maran ka khataka
rahe ram bhakt nahin ataka

ram-ram shree ram hai
teen lok ka naath
param-purush pawan prabhu
sada ka sangee saath

yagy tap dhyaan yog hee tyaag
van kutee vaas ati vairaag
ram-naam bina neeras phok
ram-ram jap tariye lok

ram-jaap sab sanyam saadhan
ram-jaap hai karm aaraadhan
ram-jaap hai param-abhyaas
simro ram-naam sukh-raas

ram-jaap kahee oonchee karanee
baadha vighn bahu duhkh haranee
ram-ram maha-mantr japana
hai suvrat nem tap tapana

ram-jaap hai saral samaadhi
hare sab aadhee vyaadhi upaadhi
riddhi-siddhi aur nav-nidhaan
daata ram hai sab sukh-khaan

ram-ram chintan suvichaar
ram-ram jap nishchay dhaar
ram-ram shree ram-dhyaana
hai param-pad amrt paana

ram-ram shree ram haree
sahaj param hai yog
ram-ram shree ram jap
deta amrt-bhog

naam chintaamani ratn amol
ram-naam mahima anamol
atul prabhaav ati-prataap
ram-naam kaha taarak jaap

beej akshar maha-shakti-kosh
ram-ram jap shubh-santosh
ram-ram shree ram-ram mantr
tantr beej paraatpar yantr

beejaakshar pad padma prakaashe
ram-ram jap dosh vinaashe
kundalinee bodhe sushmana khole
ram mantr amrt ras ghole

upaje naad sahaj bahu-bhaant
ajapa jaap bheetar ho shaant
ram-ram pad shakti jagaave
ram-ram dhun jabhee ramaave

ram-naam jab jage abhang
chetan-bhaav jage sukh sang
granthi avidya toote bhaaree
ram-leela kee khile phulavaaree

patit-pawan param-paath
ram-ram jap yog
saphal siddhi kar saadhana
ram-naam anuraag

teen lok ka samajheeye saar
ram-naam sab hee sukhakaar
ram-naam kee bahut baradaee
ved puraan muni jan gaee

yati satee saadhoo sant sayaane
ram naam nish-din bakhaane
taapas yogee siddh rshivar
jaapte ram-naam sab sukhakar

bhaavana bhakti bhare bhajaneek
bhajate ram-naam ramaneek
bhajate bhakt bhaav-bharapoor
bhram-bhay bhed-bhaav se door

poorn pandit purush-pradhaan
pawan-param paath hee maan
karate ram-ram jap-dhyaan
sunate ram anahad taan

is mein surati sur ramaate
ram ram svar saadh samaate
dev deveegan daiv vidhaata
ram-ram bhajate ganatraata

ram ram sugunee jan gaate
svar-sangeet se ram rijhaate
keertan-katha karate vidvaan
saar saras sang saadhanavaan

mohak mantr ati madhur
ram-ram jap dhyaan
hota teeno lok mein
ram-naam gan-gaan

mithya man-kalpit mat-jaal
mithya hai moh-kumad-baitaal
mithya man-mukhia manoraaj
sachcha hai ram-ram jap kaaj

mithya hai vaad-vivaad virodh
mithya hai vair ninda haath krodh
mithya droh durgun duhkh kahaan
ram-naam jap saty nidhaan

saty-moolak hai rachana sari
sarv-saty prabhu-ram pasaari
beej se taru makkaradhee se taar
hua tyon ram se jag vistaar

vishv-vrksh ka ram hai mool
us ko too praanee kabhee na bhool
saan-saans se seemaar sujaan
ram-ram prabhu-ram mahaan

laaya utpatti paalana-roop
shakti-chetana aanand-svarup
aadi ant aur madhy hai ram
asharan-sharan hai ram-vishram

ram-ram jap bhaav se
mere apane aap
param-purush paalak-prabhu
harta paap tritaap

ram-naam bina vrtha vihaar
dhan-dhaany sukh-bhog pasaar
vrtha hai sab sampad sammaan
hov tan yatha rahit praan

naam bina sab neeras svaad
jyon ho svar bina raag vishaad
naam bina nahin saaje singaar
ram-naam hai sab ras saar

jagat ka jeevan jaano ram
jag kee jyoti jaajvalyamaan
ram-naam bina mohinee-maaya
jeevan-heen yatha tan-chhaaya

soona samajheeye sab sansaar
jahaan nahin ram-naam sanchaar
soona jaaniye gyaan-vivek
jis mein ram-naam nahin ek

soone granth panth mat pothe
bane jo ram-naam bin thothee
ram-naam bin vaad-vichaar
bhaaree bhram ka kare prachaar

ram-naam deepak bina
jaan-man mein andher
rahe is se he mam-man
naam sumaala pher

ram-ram bhaj kar shree ram
kariye nity hee uttam kaam
jitane karttavy karm kalaap
kariye ram-ram kar jaap

kariye gamanaagam ke kaal
ram-jaap jo karta nihaal
sote jaagate sab din yaam
japiye ram-ram abhiram

jaapte ram-naam maha maala
lagata narak-dvaar pai taala
jaapte ram-ram jap paath
jalate karm bandh yatha kaath

taan jab ram-naam kee tootee
bhaanda-bhara abhaagy bhaya phoote
manaka hai ram-naam ka aisa
chinta-mani paaras-mani jaisa

ram-naam sudha-ras saagar
ram-naam gyaan gun-agar
ram-naam shree ram-mahaaraaj
bhaav-sindhu mein hai atul-jahaaj

ram-naam sab teerth-sthaan
ram-ram jap param-snaan
dho kar paap-taap sab dhul
kar de bhaya-bhram ko unmool

ram jaap ravi-tej saamaan
maha-moh-taam hare agyaan
ram jaap de aanand mahaan
mile use jise de bhagavaan

ram-naam ko simariye
ram-ram ek taar
param-paath pawan-param
patit adham de taar

maangoon main ram-krpa din raat
ram-krpa hare sab utpaat
ram-krpa leve ant sanbhaal
ram-prabhu hai jan pratipaal

ram-krpa hai uchtar-yog
ram-krpa hai shubh sanyog
ram-krpa sab saadhan-marm
ram-krpa sanyam saty dharm

ram-naam ko man mein basaana
supath ram-krpa ka hai paana
man mein ram-dhun jab phir
ram-krpa tab hee avataar

rahoon main naam mein ho kar leen
jaise jal mein ho meen adeen
ram-krpa bharapoor main paoon
param prabhu ko bheetar laoon

bhakti-bhaav se bhakt sujaan
bhajate ram-krpa ka nidhaan
ram-krpa us jaan mein aave
jis mein aap hee ram basaave

krpa prasaad hai ram kee denee
kaal-vyaal janjaal har lenee
krpa-prasaad sudha-sukh-svaad
ram-naam de rahit vivaad

prabhu-pasaad shiv-shaanti-daata
brahm-dhaam mein aap pahunchaata
prabhu-prasaad paave vah praanee
ram-ram jaape amrt-wani

aushadh ram-naam kee khaeeye
mrtyu janm ke rog mitaiye
ram-naam amrt ras-paan
deta amal achal nirvaan

ram-ram dhun goonj se
bhaav-bhaya jaate bhaag
ram-naam dhun dhyaan se
sab shubh jaate jaag

maangoon main ram-naam mahaadaan
karata nirdhan ka kalyaan
dev-dvaar par janam ka bhookha
bhakti prem anuraag se rookha

par hoon tera-yah lie ter
charan paaradhe kee raakhiyo mer
apana aap virad-vichaar
deejiye bhagavan! naam pyaar

ram-naam ne ve bhee taare
jo the adharmee-adham hatyaare
kapatee-kutil-kukarmee anek
tar gae ram-naam le ek

tar gae dhrti-dhaarana heen
dharm-karm mein jan ati deen
ram-ram shree ram-jap jaap
hue atul-vimal-apaap

ram-naam man mukh mein bole
ram-naam bheetar pat khole
ram-naam se kamal-vikaas
hoven sab saadhan sukh-raas

ram-naam ghat bheetar base
saans-saans nas-nas se rase
sapane mein bhee na bisare naam
ram-ram shree ram-ram-ram

ram-naam ke mel se
saadh jaate sab-kaam
dev-dev devee yaada
daan maha-sukh-dhaam

aho main ram-naam dhan paaya
kaan mein ram-naam jab aaya
mukh se ram-naam jab gaaya
man se ram-naam jab dhyaaya

pa kar ram-naam dhan-raashi
ghor-avidya vipad vinaashee
bardha jab ram prem ka poor
sankat-sanshay ho gae door

ram-naam jo jaape ek ber
us ke bheetar kosh-kuber
deen-dukhiya-daridr-kangaal
ram-ram jap hov nihaal

hrday ram-naam se bhariye
sanchay ram-naam daan karie
ghaat mein naam moortee dhariye
pooja antarmukh ho kariye

aankhen moond ke suniye sitaar
ram-ram sumadhur jhanakaar
us mein man ka mel milao
ram-ram sur mein hee samao

japoon main ram-ram prabhu ram
dhyaoon main ram-ram hare ram
simaroon main ram-ram prabhu ram
gaoon main ram-ram shree ram

amrtawani ka nity gaana
ram-ram man beech ramaana
deta sankat-vipad nivaar
karata shubh shree mangalaachaar

ram-naam jap paath se
ho amrt sanchaar
ram-dhaam mein preeti ho
sugun-gain ka vistaar

taarak mantr ram hai
jis ka suphal apaar
is mantr ke jaap se
nishchay bane nistaar

bolo ram, bolo ram
bolo ram ram ram

श्री राम अमृतवाणी – YouTube Video

Shri Ram Amritvani
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